रेलवे प्लेटफॉर्मों के बाद दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद व मुंबई के एयरपोर्ट को बेचेगी मोदी सरकार
निजीकरण की तरफ तेजी से बढ़ती केंद्र की मोदी सरकार ने बेंगलुरु, हैदराबाद, दिल्ली और मुंबई के एयरपोर्ट में अपनी बची हिस्सेदारी को बेचने का फैसला किया है.
मिली जानकारी के अनुसार इन एयरपोर्ट का कामकाज देखने वाले जॉइंट वेंचर में विनिवेश के लिए सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से मंजूरी लेगा.
इस मिनिस्ट्री के पास सौ एयरपोर्ट की जिम्मेदारी है, मुंबई एयरपोर्ट में अडानी की 74 फीसदी हिस्सेदारी है, बची हिस्सेदारी भी बेचने की तैयारी की जा रही है.
बजट पेश करने के दौरान निर्मला सीतारमण ने कहा था कि देश में नए इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए निजीकरण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.