पत्रकार श्वेता सिंह को आई पाकिस्तान की याद, भारत की बेरोज़गारी को छोड़ PAK पर जताई चिंता
बेरोजगारी देश में चरम पर है, युवक लगातार नौकरियां देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन न तो उनकी आवाज़ सरकार सुन रही और न ही बड़े-बड़े मीडिया हाउस.
आजतक की वरिष्ठ परत्रकार श्वेता सिंह को भारत की बेरोज़गारी की चिंता की बजाए पाकिस्तान की चिंता सता रही है, और इसके खिलाफ वह आवाज़ भी उठाती हुई भी नज़र आई.
दरअसल श्वेता सिंह भूल गई कि उत्तर प्रदेश में UPSSSC की भर्तियां पीछले तीन साल से लटकी पड़ी है, और योगी सरकार इसपर मौन है.
वो ये भी भूल गई भाजपा से मिली जूली सरकार बिहार में चल रही है वहां शिक्षकों की भर्तियों का क्या हाल है. वे इसे दिखाना तो दूर इसपर बात करना भी भूल चुकी हैं.
इससे साफ जाहिर होता इनको न तो देश की सड़कों पर बेरोज़गार दिखते हैं ना ही देश में बेरोज़गारी. अगर बेरोज़गारी पर सरकार से सवाल होते तो देश की हालत ये न होती.