महापंचायत में छात्र और विपक्षी नेता भी हुए शामिल, भाजपा को डर कहीं घातक साबित न हो जाए ये आंदोलन
मोदी सरकार द्वारा पास किए गए कृषि कानून के विरोध में किसान लामबंद हो गए हैं, मुजफ्फरनगर की महापंचायत ने भाजपा की चिंता और बेचैनी को बढ़ा दी है.
दरअसल महापंचायत में एक आह्वान के बाद करीब दस हजार से अधिक लोग जुट गए, इसमें किसानों के साथ बड़ी संख्या में छात्र व विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए.
भाजपा को डर है कि पार्टी के खिलाफ लोगों में आक्रोश पैदा हो रहा है, जो उनकी प्रतिष्ठा पर चोट कर रहा है, साथ ही उन्हें आंदोलन के व्यापक होने का भी डर है.
पंचायत में आए एक नेता ने कहा- टिकैत के रोने के दृश्य ने पूरे देश को भड़का दिया है, लगा हमारा एक भाई रो रहा है और घर पर बैठे हैं, हमें राकेश टिकैत के साथ खड़ा होना होगा.