मोदीराज में बढ़ा अडानी ग्रुप का कद, सरकार ने 5 साल में उनकी 21 नई कंपनियों पर लगाई मुहर

  • केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब अडानी समूह को भी  अपने निशाने पर ले लिया है.
  • वहीं किसानों का आरोप है कि यह समूह ऐसे भंडार बना रहा है, जहां किसानों के अनाज को स्टोर करके रखा जाएगा.
  • दरअसल पांच सालों में अडानी एग्री की 21 कंपनियों को सराकर ने मंजूरी दी है. यह सभी कंपनियां अडानी एग्री लॉजिस्टिक नेटवर्क की हैं.  
  • वहीं 2014 के आखिरी हफ्ते में 5 कंपनियों पर और मुहर लगाई गई है. इस समय नरेंद्र मोदी ने देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.
  • अडानी एग्री लॉजिस्टिक्स , खाद्यान्न के थोक हैंडलिंग भंडारण और वितर में अग्रणी कंपनी है. भारतीय खाद्य निगम के लिए कंपनी ने 2007 में भारत का पहला आधुनिक अनाज भंडारण इंफ्रास्ट्रक्चर शुरू किया.

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