'अगली बार इसी शूगर मिल से बनी चीनी का चाय पिएंगे', यहां के लोग 2014 से ही मोदीजी को ढूंढ रहे हैं

  • साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने वादा किया था कि मोतीहारी में दोबारा शूगर मिल चालू करवाएंगे. लेकिन 8 साल से यहां का शूगर मिल बंद पड़ा है.
  • पीएम मोदी ने उस समय चुनावी जनसभा में यह भी कहा था कि अगली बार यहां आएंगे तो यहीं के चीनी से चाय पीकर जाएंगे. लेकिन न तो चीनी मिल बनी और न ही पीएम मोदी ने अब तक चाय पी.
  • मोदी सरकार के 6 साल गुजर गए लेकिन मोतीहारी के लोगों को आज तक चीनी मिल नहीं मिल पाया है. पुरानी मशीनें जंग खा रही हैं. यहां के किसान कह रहे हैं "मोदी जी क्या हुआ."
  • चीनी मिल बंद होने से पश्चिम चंपारण के गन्ना किसान बेहद नाखुश हैं. बताते हैं कि अगर मशीनें चलती तो 3 हजार बोरी चीनी का उत्पादन होता. लेकिन इस चुनाव से ये मुद्दा गायब है.
  • राज्य में सभी दल कहते हैं कि 'जीतने दो चीनी मिल फिर से चलवा देंगे' लेकिन यहां के गन्ना किसानों की कोई नहीं सुनता. चुनाव होता है पार्टियां जीतती हैं लेकिन मिल बंद रहता है.

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