मदरसा शिक्षकों को 4 साल से नहीं मिली सैलरी, मोदी-योगी सरकार पर लगाए भेदभाव के आरोप
यूपी में मदरसा आधुनिकीकरण योजना से जुड़े 25 हजार शिक्षकों को करीब 4 साल से सैलरी नहीं दी जा रही है. फिर भी ये शिक्षक इस इंतजार में बैठे हैं कि किसी दिन सरकार सुनेगी.
शिक्षकों का कहना है कि मानदेय लंबे से समय से नहीं मिल रहा है. ऐसे में आर्थिक रुप से वे टूट चुके हैं. 4 साल से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार नहीं सुन रही है.
मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक एकता समिति का कहना है कि सरकार की उदासीनता के कारण 50 से अधिक शिक्षकों की मौत आत्महत्या, हार्ट अटैक या इलाज न होने से हो गई.
इन शिक्षकों को केंद्र और राज्य 60-40 के अनुपात में भुगतान करती है, लेकिन वेतन की गुहार लगाने पर न तो दिल्ली के अधिकारी सुनते हैं और न ही लखनऊ के. केंद्र व राज्य सरकारें भी भेदभाव करती हैं.
बता दें कि स्कीम फॉर प्रोवाइडिंग क्वालिटी एजुकेशन इन मदरसा के तहत HRD मिनिस्ट्री ने मदरसों में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति की थी.