कमलनाथ सरकार को मिला सुप्रीम कोर्ट से झटका, SC ने जल्द फ्लोर टेस्ट कराने को कहा
एमपी में मचे सियासी घमासान पर सुप्रीम कोर्ट में सुवनाई के दौरान स्पीकर के तरफ से वकील अभिषेक मनू सिंघवी ने भाजपा पर स्पीकर के फैसले में दखलंदाजी का आरोप लगाया.
सिंघवी ने कहा कि विधायकों के इस्तीफे को स्वीकार करने का अधिकार स्पीकर के पास होता है, साथ ही 16 विधायकों के इस्तीफे पर विचार करने के लिए 15 दिन की मोहलत मांगी.
इस पर जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि ये अब राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है और कहा कि सभी विधायकों से विडीयो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की सकती है.
कांग्रेस की मांग पर जज ने हार्स ट्रेडिंग का हवाला देते हुए समय देने की मांग को नकार दिया और जल्द से जल्द इस्तीफे पर विचार और फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कहा.
भाजपा की ओर से विधायकों को न्यायाधीश के चैंबर में लाने की मांग को खारिज करते हुए आदालत ने कहा कि विधायकों के विधानसभा तक निर्बाध रूप से पहुंचने में मदद की जाए.