कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट नहीं शामिल करने को भाजपा नेता ने बताया असंवैधानिक
राज्यपाल लालजी टंडन के आदेश जारी करने के बावजूद एमपी विधानसभा की कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट नहीं शामिल किए जाने के बाद सियासी पारा चढ़ गया.
इस बाबत देर रात नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल से मुलाकात की और फ्लोर टेस्ट नहीं शामिल करने को लेकर नाराजगी जताई.
गोपाल भार्गव ने प्रक्रिया को असंवैधानिक करार दिया और कहा कि राज्यपाल के आदेशों का स्पष्ट उल्लंघन हुआ है, इसलिए वो राज्यपाल को ज्ञापन देने आए हैं.
राज्यपाल ने 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दिया था, लेकिन रविवार की रात को जारी किए गए कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट का जिक्र कहीं नहीं किया गया.
एमपी में दोनों सत्ता और विरोधी दल फ्लोर टेस्ट के लिए सहमत हैं, लेकिन कमलनाथ का कहना है कि बेंगलुरू में बंदी बनाए गए विधायकों को लाने के बाद ही कुछ होगा.